Chapter 3 : Vibhooti Pada
|| 3.30 ||

कण्ठकूपे क्षुत्पिपासानिवृत्तिः 


पदच्छेद: कन्ठकूपे, क्षुत्, पिपासा, निवृत्ति:‌॥


शब्दार्थ / Word Meaning

Hindi

  • कण्ठकूपे-गले के जड़ भाग में (जहाँ हल्का सा गड्डा होता है)
  • क्षुत्-भूख
  • पिपासा-प्यास से
  • निवृत्ति:निवृति हो जाती है या पूरी तरह नियंत्रण आ जाता है

English

  • kantha - of the throat
  • koope - on the cavity
  • kshut - of hunger
  • pipasa - thirst
  • nivrittih - cease.

सूत्रार्थ / Sutra Meaning

Hindi: कण्ठकूप अर्थात गले में  संयम (धारणा-ध्यान और सामधि ) का दृढ एवं सतत अभ्यास करने से साधक को साधनाकाल में भूख- प्यास के ऊपर सम्पूर्ण से नियंत्रण आने लग  जाता है ।

Sanskrit:

English: By making samyama on the hollow of the throat - the ceasing of hunger and thirst.

French:

German: Hunger und Durst kommen zum Stillstand durch Samyama ( Versenkung) in die Halsgrube.

Audio

Yog Sutra 3.30

Explanation/Sutr Vyakhya

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  • German
  • Yog Kavya
कण्ठकूपे क्षुत्पिपासानिवृत्तिः ॥ ३.३०॥

जैसे नाभि प्रदेश में संयम करने से योगी को अपने पुरे शरीर (बाह्य एवं आंतरिक) की संरचना का ज्ञान हो जाता है वैसे जब वह शरीरस्थ अपने गले पर जिसे महर्षि कंठकूप कह रहे हैं, उस पर जब धारणा-ध्यान और समाधि  का अभ्यास करते हैं तो योगी भूख प्यास  नियंत्रण आ जाता है | योगी इस विभूति का प्रयोग अपनी साधना को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं, क्योंकि योग मार्ग पर जो कुछ शक्तियां या विभूतियाँ साधक को मिलती हैं उनका प्रयोग यदि स्वार्थ या सम्मान वश वह लोकप्रियता के लिए करेगा तो धीरे धीरे उसकी साधना में न्यूनता आने लगेगी और जो योगी का परम लक्ष्य कैवल्य होता है वह मिलना असंभव हो जायेगा |

भूख प्यास को  नियंत्रित करके साधक लम्बे समय तक अपनी साधना को बिना रोके हुए आगे बढ़ सकता है अतः कोई सदा के लिए भूख प्यास पर नियंत्रण आ जाता है ऐसा यहाँ महर्षि नहीं कह  रहे हैं |

गले में संयम कैसे करना चाहिए ? जीवन में साधना के दो पक्ष हैं- एक है एकांत में केवल साधनात्मक रूप से शांत बैठकर अपना अभ्यास करना और दूसरा पक्ष व्यवहार  व्यवहार करते हुए साधनात्मक चिंतन एवं मनन करते रहना जिससे कि जब एकांत में बैठें तो साधना और अधिक अच्छे से हो पाए |  अतः इन दोनों पक्षों में समय समय पर एकांतिक साधना और व्यवहारिक साधना करते रहने से शीघ्र ही परिणाम मिलने लगते हैं |

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